बेहतर दुनिया में वैश्विक शासन

AI टेक्नोलॉजी हमारे जीवन को बदल रही है, और अभी भी कई sector  में इसकी पहुंच आसान हो रही है।

AI का नियंत्रण monopoly, disinformation और पूर्वाग्रह की समस्या है। जिम्मेदार innovation के लिए शासन बहुत जरूरी है।

USA, EU, aur China AI गवर्नेंस के तीन अलग-अलग तरीके फॉलो कर रहे हैं, जिसका global landscape  खंडित हो रहा है।

भारत दुनिया जल्द ही तीसरी सबसे बड़ी AI अर्थव्यवस्था बनने वाली है, लेकिन अभी भी AI गवर्नेंस पर उसका रुख स्पष्ट नहीं है।

भारत का दृष्टिकोण घरेलू उन्नति, प्रौद्योगिकी नियंत्रण और डेटा सुरक्षा को प्राथमिकता देना है।

विकासशील देशों को बुनियादी ढांचे की सीमाएं,  biased data model, और कमजोर डेटा सुरक्षा जैसी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है।

भारत की unique  स्थिति और ताकतें ग्लोबल साउथ के लिए AI  गवर्नेंस में लीडर बन सकती हैं।

संयुक्त राष्ट्र और GPAI जैसे chairmanship ढांचे सहयोग और मानदंड-निर्धारण को सुविधाजनक बना सकते हैं।

भारत की GPAI की अध्यक्षता वैश्विक दक्षिण की जरूरतों की वकालत करने का एक मौका है।

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